- सता में बैठते ही बदल गए हेमंत सरकार के सुर : अमित महतो
बरही विधानसभा में सिल्ली विधानसभा के पूर्व विधायक अमित महतो सोमवार को 1932 के खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति की मांग को लेकर बरही विधानसभा के युवा नेता कृष्णा यादव सहित अन्य स्थानीय धावकों के साथ 21 किलोमीटर की दौड़ लगाई। विदित हो की अमित महतो इस हाफ मैराथन का शुरुआत 11 फरवरी को सिल्ली विधानसभा से हुई थी। जो राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों किया जा रहा है। वहीं बरही विधानसभा में जिसका शुरुवात चंदवारा के महतोअहरा से किया गया और समापन बरही चौक पर किया गया।
उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा की उनके द्वारा प्रदेश भर में मैराथन दौड़ लगाई जा रही है। सोमवार को दौड़ का 87वाँ दिन था और बरही 39 विधानसभा है। इस दौरान उन्होंने हेमंत सरकार और पूर्व की एनडीए सरकार पर भी निशाना साधा। कहा की दोनो ने झारखंड के लोगों को उपेक्षित रखा है। राज्य गठन के 22 साल बाद भी खतियान आधारित नियोजन और स्थानीय नीति का निर्धारण नहीं हुआ है।
जिसके कारण युवाओं को रोजगार से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने हेमंत सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। कहा की चुनाव के समय किए वादे को हेमंत सरकार भूल गई है। सत्ता में बैठते ही हेमंत सरकार की सूर बदल गई है। और वे भी पुरानी सरकार के नक्शे कदम पर चल रहे है। उन्होंने कहा की 1932 के खतियान आधारित, स्थानीय और नियोजन नीति का निर्धारण होना चाहिए। उन्होंने कहा की झारखंडियों को 1985 और 60 : 40 के आधार पर स्थानीय और नियोजन नीति नही होनी चाहिए।
क्यों छोड़ा विधायिकी
उन्होंने विधायकी छोड़ने के सवालों पर बताया की खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति समेत अन्य मांगों को लेकर गत 20 जनवरी 2022 को सीएम हेमंत सोरेन को एक महीना का अल्टीमेटम दिया था और इस अल्टीमेटम के तहत 20 फरवरी 2022 तक उनकी मांग पूरी नहीं गई। जिसको लेकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया